परियोजना का उद्देश्य मौखिक परंपरा, लोक रस्में और पश्चिम बंगाल के लोक ज्ञान का पता लगाने के लिए किया गया. एकाग्रता की विशेष क्षेत्रों थे अन्य बातों के साथ स्वास्थ्य प्रथाओं - मानव और घरेलू पशुओं लोक दवाओं और औषधीय पौधों. परियोजना की भौगोलिक कवरेज पश्चिम अर्थात् बंगाल के 24 परगना उत्तर और दक्षिण (सुंदरबन), बर्धमान, बांकुड़ा, बीरभूम, कूचबिहार, दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, मिदनापुर, मुर्शिदाबाद, नादिया, पुरुलिया और पश्चिम दिनाजपुर के 13 जिलों थी.
परियोजना की उपलब्धियां: |
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लोक दवाओं और औषधीय पौधों की जानकारी वैज्ञानिक नाम, पर्याय, निवास स्थान, स्थान (उपलब्ध), सूचना और विवरण के स्रोत भी शामिल है. यह भी स्थानीय नाम, विवरण, हिन्दी में औषधीय उपयोग, अंग्रेजी और बंगाली (स्थानीय भाषा) देता है
क्वेरी के लिए, संपर्क करने के लिए
श्री सुब्रता दत्ता, प्रधान अन्वेषक
CALIBNET, डीओईएसीसी केंद्र
जादवपुर विश्वविद्यालय कैम्पस
कोलकाता – 700 032
subrata.datta@gmail.com